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बीकानेर : आर्ट और क्राफ्ट में बीकानेर आगे, मेले का प्लेटफार्म के रूप में करें सदुपयोग : सिद्धि कुमारी

  • स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं थोड़े और अभिनव और विविधता पूर्ण उत्पाद बनाए- श्रीमती नम्रता वृष्णि, जिला कलेक्टर
  • ग्रामीण हाट में 5 से 11 मार्च तक सुबह 10 से रात 9 बजे तक चलेगा मेला
  • जिला प्रशासन और राजीविका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा मेला

RNE Bikaner.

महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने एवं राजीविका स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों के विक्रय हेतु प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयोजित ”राजसखी बीकाणा मेला 2025” का बुधवार को बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी और जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने उद्घाटन किया।

जिला प्रशासन और राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह सात दिवसीय मेला व्यास कॉलोनी स्थित ग्रामीण हाट में 5 से 11 मार्च तक प्रतिदिन सुबह 10 से रात 9 बजे तक चलेगा।

उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीकानेर पूर्व विधायक सुश्री सिद्धि कुमारी ने कहा कि राजस्थान आर्ट और क्राफ्ट के लिए जाना जाता है और बीकानेर इसमें काफी आगे है। कलाकार और राजीविका स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को अगर अच्छा प्लेटफॉर्म मिले तो खासा लाभ होता है। आप सब इस मेले के प्लेटफॉर्म का सदुपयोग करें।

जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने राजवीविका स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से आह्वान किया कि वे थोडा और अभिनव उत्पाद बनाएं, उनमें थोड़ा और मूल्य संवर्धन करें तो बाजार का ध्यान आकर्षित कर सकती हैं।

उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं वहीं कर रही हैं जो अब तक करती आई हैं। लेकिन स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं में ये सामर्थ्य है कि वे इनोवेटिव और विविधता पूर्ण प्रोडक्ट बना सकती हैं। लिहाजा वे इसमें सुधार करते हुए अभिनव और विविधता पूर्ण उत्पाद बनाए।

जिला परियोजना प्रबंधक राजीविका दिनेश चंद्र मिश्रा ने स्वागत भाषण देते हुए बताया कि उक्त मेले में राज्य भर से 60 महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा विभिन्न हस्त निर्मित उत्पादों की स्टॉल्स लगाई गई है।

प्रतिदिन सांय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा तथा महिला सशक्तिकरण, वित्तीय समावेशन, जैविक खेती, व्यावसायिक संवर्द्धन कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा।

श्री मिश्रा ने बताया कि बीकानेर जिले के 768 गांवों में 7220 राजीविका स्वयं सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है। जिनमें से 6265 समूहों को गठन के तीन महीने बाद रिवॉल्विंग फंड के रूप में 15-15 हजार रुपए और 4360 समूहों को कम्यूनिटी इन्वेस्टमेंट फंड के रूप में 75-75 हजार रुपए दिए जा चुके हैं। एसएचजी समूहों के विकास के लिए कुल 42.11 करोड़ का फंड दिया जा चुका है।

इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत भगवान श्री गणेश के पूजन से हुई। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत बुके देकर किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम में लोक कलाकारों ने बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम में जिला उद्योग केन्द्र महाप्रबंधक श्रीमती मंजू नैण गोदारा, महिला अधिकारिता सुश्री अनुराधा सक्सेना, राजीविका की बीपीएम समेत बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं उपस्थित रही। कार्यक्रम में मंच संचालन जिला परिषद के आईईसी समन्वयक श्री गोपाल जोशी ने किया।